क्षेत्र के हजारों भक्तों की आस्था को दरकिनार कर क्षेत्र के प्रसिद्ध मेंडकेश्वर महादेव मंदिर के नजदीक पत्थर खनन के लिए प्रशासन ने शासकीय जमीन का लीज पर दीया पट्टा।
मंदिर समिति और क्षेत्र के नागरिकों ने प्रशासन से लीज पट्टा निरस्त करने उक्त भूमि को चारागाह भूमि में परिवर्तित करने की मांग रखी।
सिंगोली:- क्षेत्र के हजारों भक्तों की आस्था का केंद्र सिंगोली तहसील के ग्राम अरनिया के पास स्थित मेंडकेश्वर महादेव मंदिर जो की क्षेत्र का अति प्राचीन देवस्थान है जिसके पास लगी शासकीय भूमि सर्वे क्रमांक 02 रकवा 0.420 हेक्टेयर सर्वे क्रमांक 3 रकबा 0.210 हेक्टेयर सर्वे क्रमांक 4 रकबा 0.136 हेक्टेयर में स्थित है इसके पास लगी सर्वे नंबर 10/11 का कुल रकबा 4 हेक्टयर में दिनांक 27 सितंबर 2023 से 26 सितंबर 2033 तक फर्शी पत्थर उत्खनन हेतु लीज पट्टा शासन द्वारा कमलेश पिता कन्हैयालाल शर्मा निवासी बिजोलिया (राजस्थान) को जारी किया गया हे यह पट्टा मंदिर से लगा होने से पत्थर उत्खनन करने के दौरान किए जाने वाले ब्लास्टिंग से मंदिर को गंभीर क्षती पहुंचने की पुरी संभावना दिखाई दे रही है क्योकि पांच वर्ष पूर्व भी मंदिर से मात्र एक हजार फीट की दूरी पर प्रशासन द्वारा खनिज उत्खनन हेतु लीज पटटा खनन कार्य के लिए दिया गया था जिसमें पट्टी फर्शी पत्थर निकालने के दौरान किए गए ब्लास्टिंग के कारण मंदिर की दिवारे क्षतिग्रस्त हो गई थी और ग्रामीणों ने इस बात का विरोध उस समय भी किया था। परंतु वर्तमान में प्रशासन द्वारा विरोध को दरकिनार करते हुए पुनः मंदिर के नजदीक 400 फिट की दूरी पर पत्थर उत्खनन करने के लिए पुरानी फर्म कमलेश कन्हेयालाल शर्मा को लीज पर यह पट्टा देकर शासन ने ग्रामीणों के विश्वास पर कुठाराघात किया हे शर्मा बंधुओ द्वारा फिर से पत्थर उत्खनन जारी है ओर आगे भी किया जायेगा तो अब की बार मेंडकेश्वर महादेव मंदिर पूरी तरह धराशाही होने की पुरी पुरी संभावना दिखाई दे रही है।
इस बात को लेकर मंदिर समिति के सदस्यों और ग्रामीणों ने 27 मार्च 2024 को जिला कलेक्टर नीमच को एक आवेदन देकर पत्थर खनन के लिए लीज को खारिज करने की पुरजोर मांग रखी हे साथ ही अरनिया धार्मिक सामाजिक कल्याण समिति द्वारा 22 जुलाई 2022 को सर्वे नंबर 09 रकबा 1.066 हेक्टेयर सर्वे क्रमांक 10 लगभग 3.873 हेक्टर और सर्वे क्रमांक 11 रकबा 3.972 कुल03 लगभग 8.99 एक्टिव भूमि को महादेव के प्रांगण में स्थित गौशाला में मौजूद पशुओं के लिए गोचर भूमि परिवर्तित करने का आवेदन देकर उक्त भूमि को चारागाह भूमि में परिवर्तित करने की मांग रखी थी किंतु प्रशासन ने मंदिर समिति द्वारा दिए गए आवेदन को दरकिनार करते हुए मंदिर से मात्र 400 मीटर की दूरी पर पत्थर उत्खनन के लिए राजस्थान के शर्मा बांधुओ को पत्थर उत्खनन करने के लिए लीज पर दे दी गई जिसका ग्रामीणो और मंदिर समिति के पुजारी संजय मिश्रा,,नंदकिशोर दास महाराज, मंदिर समिति अध्यक्ष भंवरलाल धाकड़ ,
सचिव खेमराज धाकड़ ,कोषाध्यक्ष
पूर्व सरपंच रमेशचंद्र धाकड़, बंसीलाल धाकड़ सभी ने विरोध करते हुए शासन से उक्त लीज को निरस्त करने की मांग की हे जिससे की मंदिर सुरक्षित रहे और धार्मिक भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचे। भक्तो मे उपरोक्त विषय को लेकर जबरदस्त आक्रोश पनप रहा है और यदी प्रशासन ने समय रहते उचित कदम नही उठाया तो भक्तो और क्षैत्रिय लोगो को आन्दोलन करने के लिए मजबूर होना पड़ सकता। जिसकी समस्त जवाबदारी शासन प्रशासन की होगी।