जानलेवा तौल, भरपूर पैसा नहीं मिल रहा पूरा भोजन ए ग्रेड मण्डी में श्रम कानुन की उड़ रही धज्जियां

50 किलों की जगह 80 किलों वजन भरा जा रहा बोरियों में
बारदान के वजन से चार गुना अधिक ले रहे अनाज
आधा दर्जन से अधिक श्रमिक (हम्माल ) बने काल का ग्रास
मण्डी प्रशासन की अनदेखी, व्यापार मण्डल की हठधर्मिता, किसान नेता की लापरवाही
प्रतापगढ़। कहने को प्रतापगढ़ कृषि उपज मंडी राजस्थान की मण्डियों में अपने राजस्व को लेकर ए ग्रेड का तमगा हासिल कर चुकी है। लेकिन यहां व्याप्त अव्यवस्थाओं के चलते इसे निम्न श्रेणी का दर्जा दिया जाना भी उचित नहीं है। स्थानीय व्यापारियों की तानाशाही के चलते मण्डी प्रशासन बोना साबित हो रहा है। व्यापार मण्डल की तानाशाही के चलते मण्डी कानुन फाइलों में दफन होकर रह गए है। वही श्रम विभाग की अनदेखी के चलते मण्डी में कार्यरत हम्मालों का कोई धनी धोरी नहीं है। खुलेआम श्रमकानुनों की धज्जियां उड़ाई जा रही है। श्रम कानुन का उल्लंघन कार्यरत श्रमिकों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है। श्रम कानुन के मुताबिक मण्डी में जहां प्रति बोरी 50 किलो वजन निर्धारित किया गया है। वही व्यापारी चंद रूप्ए बचाने के खातीर प्रति बोरी 80 किलो वजन की भरती भर रहे है। जो इस भीषण गर्मी के दौर में जानलेवा साबित हो रही है।
हाल ही में श्रमिक (हम्माल) शाकिर पिता मुस्ताक कुरेशी की हदयघात से हुई मौत इस बात को साबित कर रही है, कि 40 डिग्री से अधिक तापमान शरीर को झुलसाने वाले लू के थपेड़ो में 80 किलो की बोरी उठाना श्रमिकों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है।
ये हे अनियमिताताएं:
निर्धारित समय पर नीलामी का चालू नहीं होना
नीलामी के लिए प्रभावशाली व्यापारियों की परमिशन अनिवार्य
नीलामी चबुतरों पर व्यापारियांे का तो मण्डी के बाहर लोगों का अतिक्रमण।
श्रमिको लिए आपातकालिन चिकित्सा सुविधा का अभाव
भरपुर पैसा, मिल रहा अधुरा भोजन ।
मण्डी की चारदीवारी पर अतिक्रमण के चलते मण्डी की सुरक्षा में सेध।
एक ही गेट से आवक और जावक होने से आए दिन शहर में कृत्रिम जाम की स्थित।
श्रम विभाग की और से श्रमिकों के लिए कोई कानुन नहीं है।
महिलाओं व पुरूषों के लिये नही सुलभ शौचालय एवं पीने के पानी की व्यवस्था जैसी कई अव्यवस्थाएं यहा व्याप्त है।
भरपुर पैसा मिल रहा अधुरा भोजन:
कृषि मण्डी द्वारा समिति द्वारा दिया जा रहा 21.75 रूपये में किसान कलेवा योजना का ठेका किसानों से लिया जा रहा 5 रूपये प्रति टोकन के बाद भी नही मिल रहा पुरा भोजन
किसान कलेवा योजना में किसानो को नही मिल रहा पुरा भोजन गन्दगी में ही परोसा जा रहा भोजन कृषि मण्डी में किसानों और हम्मालों के लिये किसान कलेवा योजना के तहत दिये जा रहे भोजन मेन्यु के हिसाब से नही दिया जा रहा है। कृषकों व श्रमीकों ने बताया कि चार बाटी और दाल दी जाती है। जबकि नियमानुसार दो सब्जी, आठ रोटी, सर्दी में गुड़ अचार एवं गर्मी में छाछ देने का प्रावधान है लेकिन हम लोंगो को कई महीनों से दाल बाटी ही दी जा रही है।
ये हो सकता है सुधार:
यदि प्रभावशाली व्यापारियों के इंतजार और इजाजत का इंतजार किए बगैर समय पर नीलामी प्रक्रिया प्रारम्भ की जाए तो समय पर सभी कार्य पूर्ण हो सकेगे जिससे की श्रमिक अपना कार्य समय पर पूरा कर अपने घर जा सकेगे। जिससे की श्रमिकों को शरीरिक और मानसिक आराम मिल सकेगा।
मण्डी प्रांगण में डिस्पेंसरी की व्यवस्था की जाए जिससे किसी भी आकस्मिक घटना दुर्घटना होने पर श्रमिको को तुरंत चिकित्सकीय सुविधा प्रदान कर उसकी जान बचाई जा सके।
वही मण्डी के पिछला गेट जो की प्रभावशाली व्यापारियों के कब्जे में है उसे खुलवाया जाए । जिससे मण्डी में निकासी सुलभ हो सके जाम की स्थिति से बचा जा सकता है।
श्रमविभाग की ओर से आकस्मिक मण्डी का निरीक्षण कर यहां कार्यरत श्रमिकों से जानकारी ली जाए श्रम कानुनों का उल्लघंन करने वाले व्यापारियों के विरुद्ध दण्डात्मक कार्यवाही अमल में लायी जाए।
श्रमिकों को दो केटेगेरी में बांटा गया है: संघठित और असंघठित मण्डी में कार्यरत श्रमिक असंघठित होते है। इसलिये सामान्य मृत्यु पर इन्हे ई श्रमिक कार्ड की याजनाओं का पुरा लाभ नही मिलता है। संठित श्रमीकों को दूर्घटना एवं सामान्य मृत्यु पर भी लाभ दिया जाता है। मण्डी में कार्यरत श्रमिको के लिये घटना दूर्घटना में मृतक को लाभ दिलाने के लिये मण्डी समिति, व्यापार मण्डल की जिम्मेदारी है।
कुलदीप सिंह राजपुत
श्रम अधिकारी
प्रतापगढ़ (राज)
कृषि मण्डी परिसर में अव्यस्थाओं को लेकर किसान और हम्मालों को परेशानिया हो रही है आपके माध्यम जानकारी मिली है उसके लिये सुधार किये जाएगें बारदान में भर्ती हम्माली को लेकर किसानों को परेशानियों हो रही है उसके लिए मंडी व्यापारी किसान और मजदूरों से बातचीत कर बोरियों में भर्ती का वजन मजदूरों के हिसाब से करवाया जाएगा, प्लेट फार्म पर जो मण्डी व्यपारियों द्वारा अतिक्रमण किया गया है इसको लेकर कार्यवाही की जाएगी किसान कलेवा योजना के अन्तर्गत किसानों को मेन्यु के अनुसार खना नही मिल रहा है। उसके लिये संबधित ठेकेदार को नोटीस जारी कर दिया गया है। मण्डी व्यवस्थाओं में सुधार किया जाएगा।
जे.एल नागर
मण्डी सचिव प्रतापगढ़ (राज)
- मण्डी परिसर में किसानों के साथ हो रही परेशानियों से किसी ने मुझे अवगत नही कराया मैने यहा की व्यस्थाए चार पांच माह पहले देखी थी आज आप ने बताया है अव्यस्थाओं के लियें मण्डी में सभी अव्यवस्थाओं के लिए कृषि मण्डी प्रशासन व सचिव जिम्मेदार है
दुले सिंह आंजना
मण्डी किसान नेता प्रतापगढ़ (राज)