प्रतापगढ़ जिले के रायपुर सरपंच ने पशु आश्रय पास कराने के एवज में लिए 7 हजार रुपए
तहसीलदार एवं विकास अधिकारी दलोंट को पशु आश्रय योजना से पीड़ित व्यक्ति ने की शिकायत
प्रतापगढ़। दलोट पंचायत के गुवाली गांव के विष्णु पिता परतू ने तहसीलदार एवं विकास अधिकारी दलोंट को एक लिखित प्रार्थना पत्र प्रस्तुत कर बताया कि उसके पिता परतू पिता धीरजी के नाम से रायपुर सरपंच श्यामा बाई पति शिवलाल मीणा ने पशु आश्रय पास करने के एवज में 7000-7000 हजार रुपए की राशि ले ली। पीड़ित ने बताया कि इस बारे में सरपंच पति ने मुझे बताया कि पशु आश्रय पास होने की फीस ₹7000 लगती है जब बाद में मुजे पता चला कि ₹7000 नहीं लगते हैं पशु आश्रय निशुल्क योजना है और सरपंच पति द्वारा 7000-7000 हजार रुपए ले भी लिए और पशु आश्रय भी पास नहीं करवाया। पीड़ित ने बताया है कि मैंने कलेक्टर से निवेदन किया है कि मेरी 7000 की राशि सरपंच ने ली है यह राशि 3 साल हो गए लीए जो कि हर्जाने सहित वापस दिलाई जाए एवं इस सरपंच पति के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जाए ताकि ऐसे अन्य लोगों को भी नहीं उलझाए।
फर्जी तरीके से लोगों को योजना का नाम बताकर पैसा नहीं लूट रहा हैं। मेरे अलावा भी मेरे गांव के ऐसे कई सारे लोग हैं जिनसे सरपंच ने पशु आश्रय के नाम से रिश्वत ली है। पीड़ित ने बताया कि
सरपंच पति शिवलाल मीणा से हमने हमारी राशि वापस मांगी तो गाली गलौज करने लग गया एवं बोल रहा है कि मैं कहां से लाकर दूं मैं तो पैसा ऊपर के अधिकारियों को एवं ग्राम विकास अधिकारी को पहुंचा दिया है ।