बार-बार इंस्पेक्शन के बाद भी वही रिजल्टः- सुधारों वरना, कार्यवाही के लिए रहों तैयार- कलक्टर

प्रतापगढ़। जिला कलक्टर डाॅ अंजलि राजोरिया ने स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा करते हुए चिकित्साधिकारियों को अपने रिजल्ट सुधारने की नसीहत दी है। कलक्टर ने कहा कि बार-बार अस्पतालों के इंस्पेक्शन के बाद भी व्यवस्थाएं नहीं सुधर रही है, तो जिम्मेदार अधिकारी कार्यवाही के लिए तैयार रहें। उन्होंने तल्ख अंदाज में टिप्पणी करते हुए कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं के लिए हम सभी आमजन के प्रति जिम्मेदार है। दवा इलाज और स्वास्थ्य योजनाओं को बेहतर तरीके से आमजन तक पहुंचाने की जिम्मेदारी हमारी सबकी हैै।
उन्होंने सीएमएचओ डाॅ जीवराज मीणा से कहा कि जिन योजनाओं में अच्छी प्रगति नहीं है, और काम ठीक से नहीं हो रहा है। ऐसे जिम्मेदारों के खिलाफ कार्यवाही करें।
सीएमएचओ डाॅ जीवराज मीणा ने जिला कलक्टर को योजनाओं में सुधार का भरोसा दिलाते हुए स्टेट रैंक में बेहतर प्रदर्शन की बात कहीं। डाॅ जीवराज मीणा ने कहा कि सभी चिकित्साधिकारी इस बात को सुनिश्चित कर लेवे कि उन्होंने प्रत्येक कार्यक्रम की रिपोर्ट स्वंय देख रहें है और उसे सेक्टर लेवल पर माॅनीटरिंग कर रहें है। सीएमएचओ ने चिकित्साधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि मीटिंग में अधिकारी बिना तैयारी के नहीं आए। उन्होंने कहा कि वे फील्ड में निरीक्षण करेंगे और योजनाओं की जानकारी के साथ ही समीक्षा भी करेंगे। बैठक में सिकल सेल एनिमिया, एएनसी सर्विसेज, एफबीएनसी सेवाएं, एंबुलेंस सेवाओं के साथ मौसमी बीमारियों, लूताप घात पर विशेष रूप से फोकस किया गया।
बैठक में आरसीएचओ डाॅ जगदीप खराड़ी ने टीकाकरण, एनिमिया मुक्त राजस्थान, परिवार कल्याण सेवाओं के बारे में जानकारी दी।
जिला चिकित्सालय में व्यवस्थाएं बिगड़ने पर लताड़ः-
जिला चिकित्सालय में निशुल्क जांच योजना में निर्धारित सभी प्रकार की जांच नहीं होने पर कलक्टर ने लताड़ लगाई। बैठक में जिला चिकित्सालय में एनसीडी कार्यक्रम के तहत प्रतिदिन की औसत ओपीडी से कम संख्या में बीपी/शुगर के मरीजों की जांच नहीं होने पर हैरानी जताई। कलक्टर ने पीएमओ डाॅ ओपी दायमा से कहा कि आपके संस्थान में प्रतिदिन की औसत ओपीडी 700 से अधिक है तो पिछले दो सालों में एनसीडी की लाइन लिस्ट का आंकड़ा सिर्फ हजार तक कैसे हो सकता है। उन्होंने 30 से अधिक आयु वर्ग वालों के एनसीडी स्क्रीनिंग कर डेटा पोर्टल पर चढ़ाने के निर्देश दिए। बैठक में सीएमएचओ डाॅ जीवराज ने परिवार कल्याण का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि जिला चिकित्सालय में नसंबंदी के आॅपरेशन करवाने के लिए स्वास्थ्य कार्यकर्ता दूर दराज के केस लेकर आती है, लेकिन जिला चिकित्सालय में पूरे दिन बैठाने के बाद बिना आॅपरेशन उन्हें वापस लौटा देने की बात कहीं। इस पर कलक्टर ने पीएमओ से इस व्यवस्था पर नाराजगी जताई। बैठक मंे जिला चिकित्सालय में पीने के पेय जल, रोगियों के लिए कूलर और पंखों की व्यवस्थाओं के संबंध में नियमित रूप से माॅनीटरिंग करने के निर्देश दिए।
धरियावद एनबीएसयूू राज्य मंें प्रथम आने पर सम्मानित
प्रतापगढ़ जिले की धरियावद सीएचसी नवजात शिशु स्टेबेलाइजेशन यूनिट (एनबीएसयू )में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। धरियावद एनबीएसयू में दी जाने वाली नवजात स्वास्थ्य सेवाओं में सीएचसी धरियावद राज्य में प्रथम स्थान पर रही है। जिसके बाद जिला कलक्टर डाॅ अंजलि राजोरिया एवं सीएमएचओ डाॅ जीवराज मीणा ने आयोजित बैठक में शिशु रोग विशेषज्ञ डाॅ ईश्वर मीणा को सम्मान स्वरूप स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया।