सेवानिवृत्त शिक्षक को दी गई विदाई:सभी की आंखें हुई नम, फूल माला और श्री फल, शॉल देकर किया गया सम्मानित।
विद्यालय परिसर में पौधा लगा कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।
सिंगोली तहसील छेत्र के प्राथमिक विद्यालय हरिपुरा में पदस्थ शिक्षक श्री गोविंदकृष्ण शर्मा के सेवानिवृत होने पर विद्यालय के प्रांगण में विदाई समारोह का आयोजन किया गया। इस समारोह में गर्ल्स स्कूल सिंगोली के शिक्षा पदाधिकारी राजेंद्र जोशी ने श्री गोविंदकृष्ण शर्मा के कार्यों की चर्चा करते हुए कहा कि उन्होंने 38 साल तक शिक्षा विभाग की शासकीय सेवा में एक अच्छे शिक्षक रूप में कार्य किया है। कई सालों तक विद्यालय में रहकर बच्चों को अच्छी पढ़ाई के साथ साथ सांस्कृतिक गतिविधि, शैक्षणिक भ्रमण व खेल कूद गतिविधि में जूनियर वर्ग में हरिपुरा ग्राम की बालिका का नेशनल लेवल पर चयन हूवा आप ने बच्चो अच्छी शिक्षा दीक्षा देने का काम किया है। उन्होंने कहा कि अपने कर्तव्यों पर चलकर इस मुकाम तक पहुंचे हैं जिनके सेवानिवृत होने से सभी की आंखें नम हो रही है।
नम आंखों से दी विदाई
समारोह को संबोधित करते हुए गर्ल स्कूल सिंगोली के शिक्षक राजेंद्र जोशी अपने आप को नहीं रोक पाए और भावुक हो गए। सभी लोगों को जिज्ञासा है कि और कुछ दिनों तक हम लोगों की सेवा में बने रहते। लेकिन सरकार के नियमानुसार सभी को इसका पालन करना है। इसी नियम के अनुसार श्री गोविंदकृष्ण शर्मा आज सेवानिवृत हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जो शिक्षक का कर्तव्य होना चाहिए वह सभी गुण इनमें मौजूद था। इसी का फल स्वरुप है कि इस विदाई समारोह में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं शिक्षक अभिभावक उपस्थित हुए हैं। दूरदराज से लोग आकर इस समारोह में भाग लिया हैं। उन्होंने कहा कि सेवानिवृत होने का दुख तो मुझे भी हो रहा है।
उन्होंने कहा कि श्री गोविंदकृष्ण शर्मा एक ऐसे शिक्षक थे जिन्होंने शिक्षकों के कार्य के लिए मेरे कार्यालय पहुंचकर उनका काम करने के लिए मुझे प्रेरित करते थे। कई बार विद्यालय के सुधार के कार्य करने में मार्गदर्शन देने का भी काम किया है।
फूल माला एवं श्री फल शॉल देकर किया गया सम्मानित
उन्होंने कहा कि बच्चों की पढ़ाई की बात हो शिक्षक को किसी तरह की समस्या की हो सभी पहलू में अहम भूमिका निभाते थे। इस विदाई समारोह में उपस्थित लोगों ने श्री गोविंदकृष्ण शर्मा को फूल माला एवं श्री फल शॉल देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर इस विद्यालय के प्रधानाध्यापक एवं कई विद्यालय के शिक्षक एवं छात्र छात्राएं उपस्थित थी।
- सेवानिवृत्त शिक्षक श्री गोविंदकृष्ण शर्मा ने कहा सही मायने में एक शिक्षक कभी सेवानिवृत्त नहीं होता। विद्यालय में भले ही सेवाकाल पूरा हो जाए, मगर एक अध्यापक आजीवन अपने चारों ओर ज्ञान का प्रकाश फैलाया करते हैं।उन्होंने बताया की शिक्षा के क्षेत्र में प्रथम नियुक्तती दिनाक 1.9.1986 को प्राथमिक विद्यालय कोज्या से हुवि जहा उन्होंने 1 वर्ष सेवाए देने के बाद 12 वर्ष माध्यमिक विद्यालय धनगांव व अन्य स्कूलों के बाद 17 वर्ष माध्यमिक विद्यालय हरिपुरा में बच्चो की शिक्षा में समर्पित किए। उन्होंने कहा कि शिक्षक देश की भावी पीढ़ी के निर्माता होते हैं। उनका बस एक ही लक्ष्य होता है कि उनसे पढ़ने वाले बच्चे देश में सबसे ऊंची बुलंदियों को छू लें।
उन्होंने शाला परिसर में बिताए हुए पल को याद किया व विद्यालय परिसर में पौधा लगा कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।
कार्यक्रम के समापन के बाद सहभोज आयोजित किया गया जिसके पश्चात गाँव में ढोल-ढमाकों के साथ जुलूस निकाला गया और सिंगोली में ढोल नगाड़ों और आतिशबाजी के साथ जुलूस के रूप में श्री गोविंदकृष्ण शर्मा को उनके घर तक विदा किया।