नीमच

अमन वैष्णव होंगे नए नीमच जिला पंचायत सीईओ, रतलाम सीईओ पद पर भी दे चुके हैं सेवा

नीमच। एक लंबे समय के बाद आखिरकार जिला पंचायत नीमच को नए मुख्य कार्यपालन अधिकारी (सीईओ) अमन वैष्णव मिल ही गए। 2018 बेच के आईएएस अधिकारी अमन वैष्णव ग्वालियर नगर निगम में लगभग 6 महीने का कार्यकाल पूर्ण कर अब जिला पंचायत नीमच की कमान संभालेंगे।  नगर निगम ग्वालियर में अपने न्यूनतम कार्यकाल में अमन वैष्णव ने विभागीय अधिकारी, कर्मचारी व जनप्रतिनिधियों के सहयोग और सही तालमेल से आमजन के हित में सार्थक कार्य किए। इस न्यूनतम समय में अमन वैष्णव को अपने नाम व पद का साइबर अपराधियों की शातिराना चाल का भी सामना करना पड़ा।

2018 बैच के आईएएस अमन वैष्णव को जिला पंचायत सीईओ की जिम्मेदारी सौंपी गई हैं। अमन वैष्णव फिलहाल ग्वालियर नगर निगम में आयुक्त हैं। उत्तर प्रदेश के झांसी जिले के मूल निवासी अमन वैष्णव के पिता रेलवे में सामान्य कर्मचारी हैं। अमन ने पहले ही प्रयास में यूपीएससी क्रेक की और आईएएस बन गए। 22 साल की उम्र में उन्होंने ये सफलता हासिल कर ली। दिल्ली के हिंदू कॉलेज से राजनीतिक विज्ञान से बीए ऑनर्स की डिग्री उन्होंने की है।

स्नातक के दौरान की यूपीएससी परीक्षा की 70 प्रतिशत तैयारी कर ली थी। 2017 में प्री और मेंस परीक्षा दी। 2018 में आईएएस हो गए। मेंस एक्जाम के 24 दिन पहले एक्सीडेंट हो गया था। वो घर नहीं गए और माता-पिता को अपने पास बुला लिया। चोटिल होने के बाद तैयारी कर परीक्षा दी।

अमन बताते हैं कि वह अंग्रेजी बोलने में कमजोर थे। अंग्रेजी अच्‍छी बोल सकें इसके लिए वह तीन से चार घंटे तक अंग्रेजी न्यूज पेपर पढ़ते थे। यही नहीं वह अंग्रेजी उपन्यास भी पढ़ते थे ताकि शब्दकोश भी बढ़े। बाद में तैयारी के लिए उन्‍होंने कोचिंग की मदद ली। इससे साक्षात्कार में लाभ मिला। अमन ने बताया कि उन्‍हें अखबार लेने के लिए बाइक से तीन से चार किमी दूर जाना पड़ता था, लेकिन अखबार पढ़ने के बाद ही वह आगे काम शुरू करते थे।

साइबर ठगों के निशाने पर

गौरतलब है कि 15 जनवरी 2025 को कार्यालय आयुक्त नगर निगम अमन वैष्णव द्वारा पुलिस अधीक्षक ग्वालियर को साइबर अपराधी द्वारा मेरे नाम का दुरुपयोग करने बाबत शिकायत पत्र लिखा गया। पत्र अनुसार साइबर अपराधियों ने बड़े ही शातिरला तरीके से ठगी करने की कोशिश की लेकिन अधीनस्थ अधिकारियों की सूझबूझ से साइबर अपराधी अपने मकसद में कामयाब ना हो सके।

कमिश्नर अमन वैष्णव के नाम से नगर निगम अधिकारियों को भेजे जा रहे मैसेज, ग्वालियर एसपी से शिकायत

साइबर अपराधी बड़े ही शातिराना तरीके से अब अधिकारियों के नाम से उनके मातहतों को ठगने की प्लानिंग करने लगे हैं, एक ऐसा ही मामला ग्वालियर में सामने आया है, ग्वालियर नगर निगम के कमिश्नर अमन वैष्णव के नाम से किसी अंजान नंबर से निगम अधिकारियों के पास मैसेज पहुंचे तो वहां हडकंप मच गया, मैसेज में पूछा गया तुम कहाँ हो और क्या कर रहे हो, मैसेज करने वाले ने खुद को कमिश्नर IAS अमन वैष्णव बताया।

चूँकि नगर निगम के अधिकारियों के पास कमिश्नर का फोन नंबर पहले से ही मौजूद था तो नए नंबर से मैसेज पहुँचने पर नगर निगम में चर्चा होने लगी, स्टाफ में लोग चर्चा करने लगे कि यदि कमिश्नर को बुलाना होता तो वो सीधे फोन करते, अधिकारियों को ऐसे एक जैसे मैसेज नए नंबर से क्यों करते? मैसेज जिन अधिकारियों के पास पहुंचे उनमें नगर निगम के अपर आयुक्त अनिल दुबे, उपायुक्त डॉ. प्रदीप श्रीवास्तव एवं कार्यपालन यंत्री श्रीकांत कांटे शामिल हैं।

आईएएस अमन वैष्णव ने सावधान रहने की अपील भी की थी

मैसेज पहुँचने की सूचना कमिश्नर अमन वैष्णव के पास भी पहुंची उन्होंने इसे पूरी तरह फर्जी बताया, उन्होंने कहा कि ये साइबर अपराध है, कमिश्नर ने तत्काल स्टाफ को सावधान रहने और उस नंबर को इग्नोर करने के लिए कहा और मीडिया के माध्यम से अन्य लोगों को भी मोबाइल नंबर 8187002868 से आने वाले मैसेज या फिर कॉल से सावधान रहने के लिए कहा और इसकी शिकायत करने के लिए कहा।

आईएएस अमन वैष्णव ने एसपी से भी की थी शिकायत 

मामले की गंभीरता को देखते हुए कमिश्नर अमन वैष्णव ने पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह से बात की और उन्हें इसकी शिकायत की, एसपी को भेजी शिकायत में कमिश्नर ने कहा आज 15 जनवरी को मेरे अधीनस्थों को जिस नंबर 8187002868 से मेरे नाम से मैसेज भेजे जा रहे हैं वो किसी अपराधी का हो सकता है,कृपया जाँच कर कार्यवाही करें।

 

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