सिमाडा बालाजी मंदिर पर नर्मदेश्वर शिव महापुराण कथा गोपाल कृष्ण जी उपाध्याय के श्री मुख से बनोड़ा बालाजी का स्वर्ण जड़ित रथ की हुई अगवानी।
बेगू विधायक सुरेश धाकड़ व चितौड़गढ़ भ BJP के जिला अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह बडोली एवं मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव सत्यनारायण पाटीदार ने की शिरकत।
सिंगोली। कदवासा और महपुरा पूरण के बीच में सिमाड़ा के बालाजी के यहां पर श्री नर्मदेश्वर शिव महापुराण कथा श्रध्देय श्री गोपाल कृष्ण जी उपाध्याय मां कामाख्या धाम निशानियां सोयत कला के मुखारविंद से हो रही है आचार्य श्री ने संगीतमय शिव महापुराण कथा में बताया कि एक बार की बात है कि शिव पार्वती जी व नारद जी कैलाश पर्वत पर विराजमान थे तब कार्तिकेय जी व गणेश जी ने अपने विवाह की बात रखी तो भगवान शंकर ने पृथ्वी के सात चक्कर लगाकर आने की बात कही तो कार्तिक जी पृथ्वी के चक्कर लगाने के लिए निकल पड़े और गणेश जी अपने माता-पिता भगवान शंकर व पार्वती जी के सात चक्कर लगाकर वहीं रुक गए मेरी पृथ्वी व मेरा देवलोक तो आपके आसपास ही है यह कहकर गणेश जी ने भगवान के चरण वंदन किए इस बात से प्रसन्न होकर भगवान शंकरजी ने गणेश जी का विवाह करवा दिया ।
आज दिनांक 5 दिसंबर को सुबह 10 बजे श्री बानोड़ा बालाजी का स्वर्ण रजत रथ की शोभायात्रा इंटरनेशनल इंडियन पब्लिक हायर सेकेंडरी स्कूल कदवासा चौराहे से कथा स्थल तक विशाल शोभायात्रा के साथ आगमन हुआ जिसमें पंजाबी ढोल डीजे व पुष्प वर्षा के साथ स्वर्ण रजत रथ की अगवानी हुई कथा में भाग लेने के लिए बेगू विधानसभा क्षेत्र के विधायक श्री सुरेश जी धाकड़ व चितौड़गढ़ भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह जी बडोली एवं मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव सत्यनारायण जी पाटीदार बोरदिया लीला शंकर धाकड़ ग्रामीण मंडल चेची ने भी भाग लिया व रात्रि में राजू जी महाराज जैसलमेर सांचौर वाले के द्वारा विशाल भजन संध्या भी आयोजित हुई कल दिनांक 6 दिसम्बर को सुबह 8 बजे 500 गांवों की राम नाम की प्रभातफेरी इंटरनेशनल इंडियन पब्लिक स्कूल कदवासा चौराहे से कथा स्थल पर पहुंचेगी व दोपहर 12 :15 पर अभिजीत मुहूर्त में शिव महापुराण कथा की पूर्णाहुति होगी व दोपहर 1 बजे से भोजन प्रसादी वितरण किया जाएगा कथा स्थल पर प्रतिदिन पार्थिव शिवलिंग का पूजन व रुद्राक्ष वितरण हो रहा है कथा का आयोजन सुतलिया परिवार के दुलीचन्द धाकड़ नानालाल धाकड़ बंशीलाल धाकड़ बाबूलाल धाकड़ महुपुरा पूरण वालों की तरफ से रखा गया है व कथा में लगभग 4000 श्रद्धालुओं ने भाग लिया व कथा के अंत में नर्मदेश्वर शिव महापुराण की आरती कर भोजन प्रसादी वितरण की गई i