ब्लड डोनर बोला खून देते ही मरीज से अस्पताल ने वसूले 3550 रुपए

ब्लड डोनर बोला खून देते ही मरीज से अस्पताल ने वसूले 3550 रुपए, दो सामाजिक संस्थाओं के सैकड़ो लोगों ने कलेक्टर को दिया ज्ञापन
प्रतापगढ़। जिला मुख्यालय की मिनी सचिवालय स्थित जिला कलेक्टर कार्यालय पर दो सामाजिक संस्थाएं जयवतां वेलफेयर फाउंडेशन और 108 अंबिका राजराजेश्वरी भक्त मंडल के सदस्यों ने खून के नाम पर रुपए वसूलने वाले निजी अस्पताल की जांच की मांग की है। दोनों संस्थाओं के सदस्यों ने बताया लोग निस्वार्थ भाव से एक दूसरे के जीवन को बचाने के लिए अपने सारे काम छोड़कर रक्तदान करने आते हैं और बदले में निजी अस्पताल उनसे रुपए वसूलता है। जो कि गलत है, इतना ही नहीं साथ ही विरोध करने वालों को प्रलोभन देकर मुंह भी बंद करते हैं जो की पूरी तरीके से गलत है। दोनों संस्थाओं के सदस्यों ने शहर के धरियावद रोड स्थित निजी एसएल अस्पताल के ब्लड बैंक खुलने से लगाकर आज तक कितना रक्तदान हुआ और किन-किन मरीजों को रक्त चढ़ाया गया और उनसे कितने रुपए वसूले हैं इसकी जांच की मांग की है। संस्था के सदस्यों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन के साथ दो अलग-अलग बिल भी संलग्न किए हैं, जिसमें बताया गया 1550 रुपए ब्लड के और 2 हजार रुपए प्रोसेसिंग चार्ज के कुल 3550 रुपए प्रति यूनिट के हिसाब से मरीज के परिजन को बिल पकड़ाकर ऑनलाइन और कैस के माध्यम से वसूली की गई है। अंबिका राज राजेश्वरी भक्त मंडल के सदस्य दीपक पंचोली ने बताया 2 अप्रैल के दिन मुझे सूचना मिली की अस्पताल में ब्लड की आवश्यकता है मैं अपने सारे काम छोड़कर वहां पहुंचा, रक्तदान कर जैसे ही बाहर आया तो मरीज के परिजन ने मुझे एक बिल बताया जिसमें उनसे 3550 रुपए प्रति यूनिट के हिसाब से वसूले है इस को लेकर कहीं देर तक हमने बहस की इसकी सूचना हमने मीडिया कर्मी और भाजपा पार्षद प्रतीक शर्मा को भी दी। इसके बाद अस्पताल प्रबंधन हरकत में आया और मरीज के परिजन को 2000 कम लेने का प्रलोभन देने लगा। हमें इस निजी अस्पताल पर संदेह है कि ऐसे और भी कई लोगों का ब्लड मरीजों को ऊंचे दाम पर बेचा होगा, संस्थाओं के ज्ञापन को प्रमुखता से लेते हुए जिला कलेक्टर ने मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी जीवराज मीणा को मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।